चीन के तियानजिन में हुए SCO शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच अद्भुत तालमेल देखने को मिला. दोनों नेताओं की कई मुलाकातें हुईं, साथ ही कार में यात्रा भी की. यह मुलाकात अमेरिका की ओर से लगाए गए टैरिफ के बीच भारत-रूस संबंधों की मजबूती का प्रतीक है.

चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच में गजब की ट्यूनिंग देखने को मिली है. दोनों नेता गर्मजोशी से मिले और एक-दूसरे को गले लगाया.बाद में उन्होंने चीन में द्विपक्षीय वार्ता के लिए रवाना होने से पहले एक ही कार में साथ बैठकर सफर किया, जिसने दुनिया में सुर्खियां बंटोरीं हैं.

जिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आठ महीने तड़पते रहे उनसे पीएम मोदी पिछले चार घंटे में कुल मिलाकर आठ बार मिल चुके हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों देशों के रिश्ते कितने मजबूत हैं. चीन में मोदी और पुतिन की मुलाकात से अमेरिका और पूरी दुनिया को संदेश मिल गया है.

वहीं, भारत और चीन के रिश्ते में भी अत्यधिक सुधार देखने को मिल सकता है. दरअसल, राष्ट्रपति पुतिन लगातार चीन से कह रहे है कि उन्हें भारत के साथ संबंध को मजबूत करना चाहिए. बैठक में शामिल होने से पहले पुतिन, पीएम मोदी और शी जिनपिंग तीनों नेता एक साथ मिले थे. तीनों नेताओं की करीब 2 मिनट तक बातचीत हुई. इस दौरान तीनों नेता बेहद खुश नजर आ रहे थे.

यह कार चीन की सरकार की तरफ से विदेशी राष्ट्राध्यक्षों को मुहैया कराई गई थी. लेकिन जब पुतिन और मोदी द्विपक्षीय बातचीत के लिए निकले तो उन्होंने एक ही का एक ही कार में बैठकर सफर करने का विकल्प चुना. यह तस्वीर ट्रंप को एक संदेश भी है, क्योंकि अमेरिका साफ तौर पर कहता आया है कि अगर भारत, रूस के तेल खरीदना …

प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन के साथ कुछ तस्वीरें साझा कीं, जिनमें से एक में दोनों नेता बातचीत करते हुए और दूसरी में गले मिलते हुए दिखाई दे रहे हैं. तस्वीरें साझा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति पुतिन से मिलकर हमेशा खुशी होती है.’ कुछ घंटे बाद, उन्होंने दोनों नेताओं की एक कार की पिछली सीट पर बैठे हुए एक तस्वीर भी साझा की. उन्होंने लिखा, ‘एससीओ शिखर सम्मेलन स्थल पर बैठक के बाद राष्ट्रपति पुतिन और मैं अपनी द्विपक्षीय बैठक स्थल तक साथ-साथ गए. उनके साथ बातचीत हमेशा ज्ञानवर्धक होती है.’

दोनों नेताओं के बीच यह सुखद मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय आयातों पर 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है, जिनमें से आधे टैरिफ रूस के साथ व्यापार करने पर दंड के रूप में लगाए गए हैं. ट्रंप और उनके कई प्रमुख अधिकारी रूसी तेल खरीदने के लिए भारत पर निशाना साध रहे हैं और 27 अगस्त से लागू शुल्कों को दोगुना करने को उचित ठहरा रहे हैं.

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