वेदों, पुराणों और संतों की वाणी में बार-बार वर्णित भगवान श्री हरि के भू-बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आज विधि-विधान से खोले जा रहे हैं।

बद्रीनाथ धाम के कपाट इस वर्ष 4 मई 2025 को प्रातः 6 बजे विधि-विधान से खोले जाएंगे। यह तिथि बसंत पंचमी के दिन नरेंद्र नगर स्थित राजमहल में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान के बाद तय की गई। इस अवसर पर टिहरी राजपरिवार, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति और डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के सदस्य उपस्थित थे। पंचांग गणना के आधार पर यह तिथि निर्धारित की गई। ​

इससे पहले, 22 अप्रैल को गाडू घड़ा (पवित्र तेल कलश) के लिए तिलों से तेल पिरोने की रस्म नरेंद्र नगर राजमहल में आयोजित की जाएगी। यह रस्म भगवान बदरी विशाल के अभिषेक और अखंड ज्योति के लिए आवश्यक तेल तैयार करने की परंपरा का हिस्सा है। ​

चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल 2025 से होगी, जिसमें गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भी इसी दिन खोले जाएंगे। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि शिवरात्रि के दिन घोषित की जाएगी। ​

इस वर्ष बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 12 मई 2025 को भी बताई जा रही है। हालांकि, आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 4 मई 2025 को ही कपाट खुलने की पुष्टि की गई है। ​

इस प्रकार, 4 मई 2025 को प्रातः 6 बजे बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जाएंगे, जिससे चारधाम यात्रा की शुरुआत होगी।​

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