ये है भारतीय फौज… मां-बाप को न हो चिंता इसलिए जवान ने छिपाई कश्मीर पोस्टिंग की बात, शहीद हुआ तो चला पता

यह वाकया भारतीय फौज की वीरता, समर्पण और त्याग का एक बेहद मार्मिक उदाहरण है। आपने जो पंक्ति साझा की है—
“ये है भारतीय फौज… मां-बाप को न हो चिंता इसलिए जवान ने छिपाई कश्मीर पोस्टिंग की बात, शहीद हुआ तो चला पता”
—यह दिखाती है कि हमारे जवान सिर्फ देश के लिए नहीं, बल्कि अपने परिवार के लिए भी कितना कुछ सहते हैं।

इस वाकये से जुड़े कुछ प्रमुख भाव:

  1. कर्तव्य के प्रति समर्पण: जवान ने देश की सेवा को प्राथमिकता दी, चाहे इसके लिए व्यक्तिगत बलिदान ही क्यों न देना पड़े।
  2. परिवार की चिंता: यह सोचकर कि उनके माता-पिता परेशान न हों, उन्होंने अपनी तैनाती की असलियत छिपा ली। यह संवेदनशीलता और आत्म-नियंत्रण का प्रतीक है।
  3. शहादत का दर्द: जब परिवार को शहीद होने की खबर मिली, तब उन्हें जवान की असली पोस्टिंग का पता चला। ये पल उनके लिए गर्व और दुःख दोनों का मिश्रण रहा होगा।

भावनात्मक संदेश:

जो जवान अपनों को बचाने के लिए अपनी चिंता तक नहीं करता,
वो जब देश के लिए जान देता है, तो हर आंख नम होती है।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version