फतेहपुर
चौडगरा। हसवा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम सभा खेसहन में प्रधान द्वारा कराये गये विकास कार्यों में धांधली का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा। ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम प्रधान द्वारा कराये गये कार्यों में भारी अनियमितता की गई है।

आवास, शौचालय, नाली व खड़ंजा आदि निर्माण कार्यों में मनमानी की गई है। विकास कार्यों में ग्राम पंचायत सचिव, तकनीकी सहायक, कनिष्ठ अभियंता की भूमिका भी संदिग्ध है।

ग्रामीणों ने बताया कि जब निर्माण कार्यों की जानकारी मांगी जाती है तो कोई भी जानकारी नहीं दी जाती है। ऐसे में कार्यों में पारदर्शिता न होने से बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की बू आ रही है।

इस मौके पर संजय निषाद, सुनील कुमार, छोटू, अंशु, शिवा, मोहित कुमार, शिवाकांत, सुभाष, रामबाबू, अंकुर, जीतू, नीरज आदि लोग मौजूद रहे।

कल गांव के 150 से 200 लोग अपनी समस्या लेकर डीएम साहब के पास गए थे ।।
प्रधान सोनम देवी है लेकिन महोदय को घमंड इतना है कि गांव की प्रिय जनता जनार्दन को कीड़ा समझता है तो महोदय को बता देना चाहता हूं कि तुम गांव को लूटने के पहले सिर्फ चुतीया थे और आज समय आ गया है तो गांव के लोगों को कीड़ा कहता है जनता जवाब देगी तू तो गांव का मेंबर बनने लायक नहीं है ।।

कभी गांव में अधिकारी नहीं आते पंचायत भवन बंद रहता है
सड़क की कितनी समस्या है कि लोगों को कितनी तकलीफ होती है कभी ब्लॉक नहीं गया
जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 2500 दे
और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने को 1000 ये भ्रष्टाचार है
कभी तुमने विद्यालय में शिक्षकों की संख्या को ज्यादा करने के लिए अपील नहीं की
गांव में शेषराज बाबा से तेरा बैर है जो उनके लिए पास अमृत सरोवर तालाब को बनवाने में दिक्कत हो गई
कभी सरकार की योजना का कैंप नहीं लगा
सिर्फ लोगों के कागज आधार कार्ड पासबुक लेकर उनको ठंडी में जलाने का काम करता हैकल गांव के 150 से 200 लोग अपनी समस्या लेकर डीएम साहब के पास गए थे ।।
प्रधान सोनम देवी है लेकिन महोदय को घमंड इतना है कि गांव की प्रिय जनता जनार्दन को कीड़ा समझता है तो महोदय को बता देना चाहता हूं कि तुम गांव को लूटने के पहले सिर्फ चुतीया थे और आज समय आ गया है तो गांव के लोगों को कीड़ा कहता है जनता जवाब देगी तू तो गांव का मेंबर बनने लायक नहीं है ।।

कभी गांव में अधिकारियो और प्रधान ने गांव के लोगों के साथ खुली बैठक नहीं की

एक टूटी हुई मोटर साइकिल थी आज गांव को लूट कर कार से चलने लगे घर 2 मंजिला टाइल्स के साथ गांव के पैसे से बनवाया जमीन खरीदी और भी आगे बोलूंगा तो बुरा लग जाएगा
लेखराजपुर में बच्चों की स्थिति तो मालूम होगी कहा पढ़ने जाने के लिए मजबूर है वहां तूने कसम खाई थी कि पहले ही साल विद्यालय बनने के लिए प्रस्ताव दूंगा बाद में दूसरा

तुम्हे घूमने से फुर्सत मिल जाए तो गांव के बारे में सोचते तुम तो कीड़ा समझते हो गांव के नागरिकों को

पंचायत सहायक के घमंड इतने बुलंद की बिन पैसे कोई काम नहीं करता वही पूरा प्रधान है

मनरेगा लेबरों का जो पुराना पैसा बकाया है उसको तो जरा दे दो कितना लोगो के अंदर गुस्सा है

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