म्यांमार के 28 मार्च को आए विनाशकारी भूकंप के बाद से लगातार धरती कांप रही है। आए दिन ही यहां भूकंप के झटके लग रहे हैं। यह ऐसे समय हो रहा है, जब देश 15 दिन पहले मध्य क्षेत्र में आए 7.7 तीव्रता के बड़े भूकंप की तबाही से जूझ रहा है। आज भी राहत व बचाव कार्य जारी है। लापता लोगों की तलाश जारी है। कई जगह मलबा फैला हुआ है।
म्यांमार में 24 घंटे के अंदर दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 4. मापी गई। भूकंप सोमवार सुबह 10 बजकर छह मिनट पर जमीन से 103 किमी. की गहराई में आया। इस भूकंप का असर भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों में महसूस किया गया। मणिपुर में इसका असर सबसे ज्यादा रहा। इससे पहले रविवार को म्यांमार में 4.5 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप 10 किमी. गहराई में दर्ज किया गया था, जिससे यह आफ्टरशॉक के लिए अतिसंवेदनशील माना गया।
मरने वालों की संख्या 3649, 5020 लोग घायल
28 मार्च के भूकंप के बाद आए सैकड़ों झटकों में से इस भूकंप के कारण किसी बड़े नुकसान या हताहत होने की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रवक्ता मेजर जनरल जॉ मिन टुन के मुताबिक, शुक्रवार तक 28 मार्च के भूकंप में मरने वालों की संख्या 3,649 थी, जबकि 5,018 लोग घायल हुए थे।
म्यांमार में 24 घंटे के अंदर दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 4. मापी गई। भूकंप सोमवार सुबह 10 बजकर छह मिनट पर जमीन से 103 किमी. की गहराई में आया। इस भूकंप का असर भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों में महसूस किया गया। मणिपुर में इसका असर सबसे ज्यादा रहा। इससे पहले रविवार को म्यांमार में 4.5 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप 10 किमी. गहराई में दर्ज किया गया था, जिससे यह आफ्टरशॉक के लिए अतिसंवेदनशील माना गया।
मरने वालों की संख्या 3649, 5030 लोग घायल
28 मार्च के भूकंप के बाद आए सैकड़ों झटकों में से इस भूकंप के कारण किसी बड़े नुकसान या हताहत होने की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रवक्ता मेजर जनरल जॉ मिन टुन के मुताबिक, शुक्रवार तक 28 मार्च के भूकंप में मरने वालों की संख्या 3,649 थी, जबकि 5,018 लोग घायल हुए थे।
19 किलोमीटर की गहराई में आया भूकंप
म्यांमार के मौसम विभाग ने बताया कि रविवार का भूकंप मंडालय से 97 किलोमीटर (60 मील) दक्षिण में वुंडविन टाउनशिप के क्षेत्र में 20 किलोमीटर (12 मील) की गहराई में आया। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने गहराई 7.7 किलोमीटर (4.8 मील) होने का अनुमान लगाया। वुंडविन के लोगों ने बताया कि भूकंप इतना शक्तिशाली था कि लोग इमारतों से बाहर निकल आए। कुछ घरों की छतें क्षतिग्रस्त हो गईं। ने
मौजूदा मानवीय संकट और भी बदतर हुआ
संयुक्त राष्ट्र ने पिछले सप्ताह चेतावनी दी थी कि 28 मार्च को आए भूकंप से होने वाली क्षति म्यांमार में मौजूदा मानवीय संकट को और भी बदतर बना देगी। म्यांमार फिलहाल गृहयुद्ध से जूझ रहा है। इस वजह से पहले ही 30 लाख से अधिक लोग यहां से विस्थापित हो चुके हैं। भूकंप ने कृषि उत्पादन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। कई चिकित्सा सुविधाओं के क्षतिग्रस्त या नष्ट होने से म्यांमार में स्वास्थ्य आपातकाल के हालात बन गए हैं।