कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश की हत्या की सनसनीखेज घटना ने पूरे राज्य को हिला दिया है। 20 अप्रैल 2025 को बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट स्थित उनके आवास पर उनका शव खून से सना हुआ पाया गया। प्रारंभिक जांच में हत्या के लिए उनकी पत्नी पल्लवी और बेटी क्रुति पर संदेह जताया जा रहा है।
हत्या की परिस्थितियाँ
पुलिस के अनुसार, ओम प्रकाश रविवार दोपहर में खाना खा रहे थे, तभी उनके और पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। इस दौरान पत्नी ने मिर्च पाउडर उनके चेहरे पर फेंका और फिर चाकू से 10-12 वार किए। हत्या के बाद पल्लवी ने एक रिश्तेदार से फोन पर कहा, “मैंने राक्षस को मार डाला
मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक विवाद
ओम प्रकाश के बेटे कार्तिकेय ने पुलिस को बताया कि उनकी मां और बहन मानसिक अवसाद से ग्रस्त थीं और पिता से अक्सर झगड़ा करती थीं। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ दिन पहले पल्लवी और क्रुति ने पिता को मारने की धमकी दी थी, जिसके बाद ओम प्रकाश ने अपनी बहन के घर शिफ्ट होने का निर्णय लिया था। हालांकि, दो दिन पहले ही बेटी ने उन्हें वापस घर बुला लिया
पुलिस जांच और कानूनी प्रक्रिया
पुलिस ने ओम प्रकाश के बेटे की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि हत्या में दो अलग-अलग चाकुओं का इस्तेमाल किया गया था। मामले की गहन जांच जारी है, और अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है
ओम प्रकाश का करियर
ओम प्रकाश बिहार के चंपारण जिले के निवासी थे और 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। उन्होंने कर्नाटक पुलिस में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिनमें डीआईजी, आईजीपी और 2015 से 2017 तक डीजीपी के पद शामिल हैं। उनकी सादगी और निष्ठा के लिए उन्हें जाना जाता था