14 मई 2025 को बलूच नेता मीर यार बलूच ने पाकिस्तान से बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की घोषणा की, जिसे सोशल मीडिया पर “Republic of Balochistan announced” के रूप में व्यापक समर्थन मिला। उन्होंने पाकिस्तान पर दशकों से जारी अत्याचारों का आरोप लगाया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन की अपील की ।
मीर यार बलूच ने भारत से आग्रह किया कि वह बलूचिस्तान के लिए नई दिल्ली में एक दूतावास खोलने की अनुमति दे, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों में एक नया मोड़ आ सकता है । उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से बलूचिस्तान में शांति सेना भेजने और पाकिस्तानी सेना को क्षेत्र से हटाने की मांग की ।
इस घोषणा के बाद, भारतीय राजनीति में भी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बलूचिस्तान के स्वतंत्र राष्ट्र बनने की बात की, जबकि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी बलूचिस्तान की स्वतंत्रता का समर्थन किया ।
हालांकि, पाकिस्तान ने इस स्वतंत्रता की घोषणा को खारिज किया है और इसे आतंकवादियों का कार्य बताया है। पाकिस्तान के सांसद मौलाना फजल-उर-रहमान ने भी बलूचिस्तान में स्वतंत्रता की घोषणा की संभावना जताई थी, लेकिन पाकिस्तान की सरकार ने इसे अस्वीकार कर दिया है ।
यह घटनाक्रम क्षेत्रीय राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है। बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की घोषणा और भारत से समर्थन की अपील, दोनों देशों के बीच नए समीकरणों की ओर इशारा करती है।
बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की घोषणा और भारत से समर्थन की अपील