आर्मेनिया ने भारत से तेजस फाइटर जेट खरीदने की बातचीत रोक दी है। इजराइली मीडिया येरुशलम पोस्ट के मुताबिक, यह फैसला 21 नवंबर को दुबई एयरशो में तेजस के क्रैश होने के बाद लिया गया। इस हादसे में भारतीय पायलट विंग कमांडर नमांश सियाल की मौत हो गई थी।
आर्मेनिया, भारत से करीब 1.2 बिलियन डॉलर (₹10 हजार करोड़) में 12 तेजस विमान खरीदने की तैयारी कर रहा था। यह डील लास्ट स्टेज में थी। ये तेजस की पहली विदेशी डील हो सकती थी।
हालांकि, इस पूरे मामले पर आर्मेनिया सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। भारत सरकार ने भी अभी तक इस रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
तेजस जेट भारतीय वायुसेना के पुराने MiG-21 विमानों की जगह लेने के लिए बनाया गया है। अभी तक वायुसेना को पहली किस्त के सिर्फ 40 तेजस विमान मिले हैं।
अब तेजस का एक उन्नत संस्करण A1 बनना शुरू हुआ है, जिसमें कई आधुनिक सुविधाएं शामिल होंगी। इसके कई सिस्टम इजराइल की कंपनियों ने डेवलप किए गए हैं।
तेजस A1 में इजराइली कंपनी IAI-Elta का AESA रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और एल्बिट का नया हेलमेट-माउंटेड डिस्प्ले लगाया जाएगा। इसके साथ ही विमान में राफेल द्वारा बनाए गए डर्बी मिसाइल भी लगाए जाएंगे।
पीएम मोदी खुद भी तेजस फाइटर प्लेन में उड़ान भर चुके हैं। उन्होंने 25 नवंबर 2022 को इसमें उड़ान भरी थी। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की फाइटर प्लेन में यह पहली उड़ान थी।
दुबई एयर शो में कैसे हुआ हादसा
शुक्रवार दोपहर करीब 2:10 बजे (भारतीय समय के मुताबिक 3.40 बजे) दुबई एयर शो के आखिरी दिन एरियल डिस्प्ले चल रहा था। इस दौरान भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान तेजस लो-ऐल्टीट्यूड मैन्यूवर कर रहा था।
तभी अचानक उसकी ऊंचाई कम हुई और कुछ ही सेकंड में विमान जमीन पर जा गिरा। मौके पर विमान में धमाके के साथ आग लग गई। इस हादसे में पायलट की मौके पर ही मौत हो गई।
मार्च 2024 में राजस्थान के जैसलमेर में भी तेजस क्रैश हुआ था, लेकिन तब पायलट सुरक्षित इजेक्ट कर गए थे। यह 20 महीने में तेजस का दूसरा हादसा है।
