हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण फरीदाबाद में यमुना नदी के किनारे 3 हजार एकड़ फसल डूब गई। दूल्हेपुर गांव में फंसे ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला गया जबकि भूपानी गांव में एक किशोर की डूबने से मौत हो गई। बसंतपुर से ससुर-दामाद लापता हैं जिनकी तलाश जारी है। मंत्री राजेश नागर ने अधिकारियों को सुरक्षा के निर्देश दिए।
हथनी कुंड बैराज से चार दिन पहले यमुना में छोड़े गए 3.29 लाख क्यूसिक पानी का जबरदस्त असर सोनीपत, फरीदाबाद और पलवल जिलों में पड़ा है। इन तीनों जिलों में नदी किनारे स्थित करीब 18 हजार एकड़ में धान एवं सब्जी की फसल पूरी तरह से डूब गई है।
इसके अलावा नदी किनारे स्थित बसंतपुर गांव के शिव इन्क्लेव में सागर व बंटी नामक ससुर-दामाद बुधवार रात खाना लेने के लिए निकले थे, पर वापस नहीं लौटे। स्वजन यह आशंका जता रहे हैं कि वह बाढ़ में कहीं बह गए हैं। पुलिस एवं एसडीआरएफ की टीम उनकी तलाश कर रही हैं।
यह बता दें कि दिल्ली की सीमा से यमुना फरीदाबाद में प्रवेश करती है। यहां बृहस्पतिवार शाम तक दो लाख 44 हजार 478 क्यूसिक पानी आ चुका था। बृहस्पतिवार को खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर ने फरीदाबाद में यमुना किनारे बाढ़ प्रभावित विभिन्न गांवों का दौरा भी किया और जिला उपायुक्त विक्रम सिंह को ग्रामीणों के जानमाल की सुरक्षा के लिए हरसंभव उपाय करने के निर्देश दिए।