कैंसर का अंत? रूस इस साल शुरू करेगा दुनिया की पहली AI-निर्मित कैंसर वैक्सीन का मानव परीक्षण, जनता को मुफ्त में मिलेगी
कैंसर के खिलाफ जंग में एक क्रांतिकारी प्रगति हुई है: रूस इस साल के अंत तक दुनिया की पहली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से बनाई गई कैंसर वैक्सीन का मानव परीक्षण शुरू करने जा रहा है। यह वैक्सीन, जिसे AI की मदद से विकसित किया गया है, कैंसर के इलाज में गेम-चेंजर मानी जा रही है। और सबसे बड़ी बात – इसे आम जनता को मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा।
AI और मशीन लर्निंग की शक्ति का उपयोग करते हुए वैज्ञानिकों ने ऐसी वैक्सीन तैयार की है जो कैंसर कोशिकाओं को पहले से कहीं ज्यादा सटीकता से निशाना बनाती है। यह अत्याधुनिक तरीका शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और नष्ट करने के लिए प्रशिक्षित करता है, जबकि स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान नहीं पहुंचाता।
इस वैक्सीन की कम लागत और व्यापक उपलब्धता इसे केवल एक वैज्ञानिक उपलब्धि नहीं बल्कि वैश्विक स्वास्थ्य सेवा के लिए एक मील का पत्थर बनाती है। अगर यह सफल होती है, तो यह कैंसर के इलाज के तरीके को पूरी तरह से बदल सकती है और लाखों लोगों को संभावित इलाज या रोकथाम प्रदान कर सकती है।
रिपोर्टों से पता चलता है कि रूस में लगभग 4 मिलियन कैंसर रोगी हैं। यहाँ हर साल 625,000 नए रोगी सामने आते हैं। मानव परीक्षण पूरा होने के बाद यह टीका रूसी नागरिकों को मुफ्त दिया जाएगा। रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीन को रोलआउट करने की योजना को मंजूरी दे दी है।
वैक्सीन पर 2022 से काम जारी है। इस प्रयास का नेतृत्व दो प्रमुख ऑन्कोलॉजी संस्थान- हर्टसन रिसर्च इंस्टीट्यूट और मॉस्को में ब्लोखिन कैंसर सेंटर कर रहे हैं। आरटी के अनुसार, वैक्सीन का विकास 2022 के मध्य में शुरू हुआ था।