अमेरिकी शांति दूत स्टीव विटकॉफ ने रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए पुतिन से 4 घंटे बैठक की, लेकिन कोई सहमति नहीं बनी. रूस ने शांति के लिए शर्तें रखीं. ट्रंप विटकॉफ के जरिए पुतिन को मनाने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, ट्रंप ने युद्ध को अनावश्यक बताते हुए रूस पर दबाव बढ़ाने की चेतावनी भी दी.

कौन है विटकोफ? जो पुतिन से मिले
विटकोफ उन अहम लोगों में से एक है, जो मॉस्को और वाशिंगटन के बीच संबंधों को मजबूत करने की कोशिशों में जुटे हैं. स्टीव विटकॉफ एक अमेरिकी रियल एस्टेट डेवलपर है. साथ ही वो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी भी माने जाते हैं. नवंबर 2024 में उन्हें मिडिल ईस्ट के लिए अमेरिका का विशेष दूत नियुक्त किया था.उन्होंने रूस-यूक्रेन संघर्ष और इजराइल-हमास संघर्ष जैसे संवेदनशील मुद्दों पर कई कूटनीतिक बातचीतों में भाग लिया है. इनको कई बार दिमित्रोव के साथ देखा गया है, जो राष्ट्रपति पुतिन के निवेश प्रतिनिधि हैं.अमेरिका इस युद्ध को हर हाल में रोकना चाहता है, इसीलिए उसने ये पैतरा इस्तेमाल किया है.
दरअसल, ट्रंप विटकोफ के सहारे रूसी राष्ट्रपति पुतिन को युद्ध विराम के लिए मनवाना चाहते हैं. ऐसे में विटकोफ की किरील दिमित्रीएव के साथ नजदीकियां काम आ सकती हैं. वहीं, तास राज्य समाचार एजेंसी अनुसार दिमित्रीएव ने इस मुलाकात को सार्थक बताया.
रूस यूक्रेन युद्ध पर क्या बोले ?
रूस यूक्रेन युद्ध पर सीजफायर के लिए ट्रंप ने कहा कि अब रूस को आगे आना होगा. बहुत सारे लोग इस युद्ध में मर रहे हैं. ट्रंप ने यहां तक लिख दिया कि ये युद्ध तो कभी शुरू ही नहीं होना चाहिए था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर वो उस समय राष्ट्रपित होते तो ये युद्ध कभी शुरू ही न होता.
और जल्दी से जल्दी रोके पुतिन